शानदार सलीम खान के बेटे हैं सलमान खान

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सलमान खान की शख्सियत भी अजीबो-गरीब है. सबकी मदद करने वाला शख्स हमेशा गलत वजहों से मीडिया की सुर्खियों नजर आता है. फिल्मी दुनिया के लोगों से सलमान के बारे में पूछा जाये तो शायद ही कोई मिले जो उनकी शिकायत करे. हर शख्स यही कहता है कि वह तो मुसीबत में घिरे लोगों के लिए एक मसीहा हैं.

salman khanसलीम ख़ान रोज अपने घर पर डॉक्टरों के साथ बैठते हैं. उनके पास 6-7 डॉक्टरों की एक टीम है. हर दिन उनके साथ कम से कम दो डॉक्टर होते हैं. सलीम खान इन डॉक्टरों के साथ ऐसे लोगों से मिलते हैं जिन्हें मदद की जरूरत होती है. उनके यहां ऐसे लोग आते हैं जिनके परिवार का कोई सदस्य अस्पताल में भर्ती होता है. ये लोग सलीम खान के पास इसलिए आते हैं क्योंकि उनके पास इलाज के लिए पैसे नहीं होते हैं. डॉक्टरों की टीम अस्पताल द्वारा दिए गए कागजों को पढ़ती है और अस्पताल में फोन कर बीमारी के बारे में जानकारी लेती है. इलाज में कितने पैसे खर्च होंगे और और कब तक इलाज चलेगा इसकी तसल्ली होने के बाद इलाज में लगने वाले पैसे का एक बड़ा हिस्सा या फिर कभी-कभी पूरी की पूरी रकम का चेक बनाकर फौरन जरूरतमंद हाथ में दे देते हैं. चेक हमेशा अस्पताल के नाम से दिया जाता है. सलीम खान ये काम रोज करते हैं. लेकिन, गुरुवार को वह ज्यादा समय के लिए बैठते हैं. हर दिन यही होता है. लोग अपनी परेशानियां बताते रहते हैं और सलीम खान चेक बांटते रहते हैं.
ऐसे शानदार पिता के बेटे हैं सलमान खान. पिता की तरह सलमान भी लोगों की मदद करने में विश्वास रखते हैं वह भी बिना किसी स्वार्थ के. बॉलीवुड में यदि नये व छोटे कलाकारों या फिल्मी दुनिया में संघर्ष करने वाले नौजवानों को मदद करने वालों की यदि कोई लिस्ट बनाई जाए तो सलमान खान का नाम उसमें सबसे ऊपर आएगा. असलियत तो यह है कि अब तक बॉलीवुड में जितने भी सुपर स्टार हुए हैं उनमें नए लोगों को मौका देने और उनकी मदद करने वालों में सलमान खान जैसा कोई है ही नहीं. सलमान की इस खासियत से बॉलीवुड का हर शख्स अच्छी तरह वाकिफ है, लेकिन लोगों के सामने सलमान की ये खूबियां नहीं आई हैं. कई हीरो और हीरोइनों के अलावा हिमेश रेशमिया, संजय लीला भंसाली, साजिद-वाजिद जैसे कई लोगों को पहचान दिलाने में सलमान का अहम योगदान रहा है. गोविंदा जैसे स्टार को फिल्म इंडस्ट्री ने भुला ही दिया था, उन्हें फिल्म पार्टनर में मौका देकर उनकी सक्सेस फुल वापसी सलमान खान ने ही करवाई. आज के ज़माने में ऐसा कौन करता है? इसके अलावा, सलमान बिइंग ह्यूमन नाम की एक फाउंडेशन चलाते हैं, जिसके जरिए वह गरीबों, बच्चों और खासकर फुटपाथ पर रहने वाले लोगों की मदद करते हैं. गरीबों की आर्थिक मदद करने के अलावा वह गरीब बच्चों की शिक्षा के लिए बहुत खर्च करते हैं. फुटपाथ पर सोने वाले लोगों के बीच वह अक्सर कंबल वैगरह बंटवाते हैं. समाजसेवा का ये काम सलमान बहुत ही गुपचुप तरीके से करते हैं. वह ऐसे कामों को कभी मीडिया की सुर्खियां नहीं बनने देते और न ही सोशल मीडिया में इसका ढिंढोरा पीटते हैं.
मुंबई फिल्म-जगत में ऐसा कोई नहीं है जिसने सलमान से मदद मांगी हो और उन्होंने उनकी मदद न की हो. सलमान एक जिंदादिल इंसान होने के साथ-साथ एक दयावान व्यक्ति हैं. वह हमेशा लोगों की मदद करने के लिए तैयार रहते हैं. ये बात और है कई लोग इसे सलमान की कमजोरी मानते हैं. बॉलीवुड में ऐसे भी लोग हैं जिन्होंने सलमान से नजदीकियां बढ़ाईं, उनके नाम का इस्तेमाल किया, सफलता हासिल की और दूसरे रास्ते निकल पड़े. सलमान के साथ कई लोगों ने धोखा किया. दोस्त बनकर उनकी पीठ पर खंजर चलाये. लेकिन इतने धोखे खाने के बाद भी सलमान ने अपना रास्ता कभी नहीं बदला. लोगों की मदद करना बंद नहीं किया.
सलमान खान की शख्सियत भी अजीबो-गरीब है. सबकी मदद करने वाला यह शख्स हमेशा गलत वजहों से मीडिया की सुर्खियों में नजर आता है. फिल्मी दुनिया के लोगों से सलमान के बारे में पूछा जाये तो, शायद ही कोई मिले जो उनकी शिकायत करे. हर शख्स यही कहता है कि वह तो मुसीबत में घिरे लोगों के लिए एक मसीहा हैं. दूसरी तरफ एक और सच्चाई जिसे देश की मीडिया ने बनाया है. मीडिया ने कभी भी सलमान के स्टारडम के मुखौटे के पीछे छिपे एक इसांन की खोज नहीं की. उल्टा, सलमान खान को एक अजीबो-गरीब इमेज-ट्रैप में फंसा दिया. खबर बेचने के धंधे में लगे लोगों ने सलमान खान की एक नकारात्मक छवि दुनिया के सामने पेश की है. एक ऐसे व्यक्ति की छवि, जो नशे में गाड़ी चलाता है, पार्टियों में हंगामा और गाली-गलौज करता है आदि, आदि. साल 1998 में सलमान पर काले हिरण का शिकार करने का आरोप लगा. तब से मीडिया ने सलमान की छवि एक बिगड़ैल व्यक्ति की बना दी. इसके बाद मीडिया ने उनके निजी जीवन में घुसकर ऐसी-ऐसी कहानियां गढ़ीं, जिससे उनकी इमेज और भी बगड़ती चली गई. वो फोन पर गाली-गलौज करने वाले, धमकी देने वाले, सेट पर पहुंचकर उनके साथ
धक्का-मुक्की करने वाले सलमान खान बना दिए गए. मीडिया ने सलमान को बॉलीवुड का बैड बॉय तो बना दिया लेकिन ये सलमान की खुशकिस्मती है कि ऐसी छवि होने के बावजूद उनकी फिल्में हमेशा सपुर हिट रहीं. कहने का मतलब यह कि मीडिया की लाख कोशिशों के बावजूद सलमान के प्रति लोगों का प्यार कम नहीं हुआ.
फिलहाल, सलमान खान मुसीबतों से घिरे हुए हैं. एक तरफ साल 2002 के हिट एंड रन केस में फैसला आने वाला है, वहीं दूसरी तरफ काले-हिरण का शिकार करने के मामले में राजस्थान हाई कोर्ट ने उनकी अपील खारिज कर दी है. हाई कोर्ट ने सलमान के खिलाफ आर्म्स एक्ट के मामले में चार और गवाहों को पेश करने की अनुमति देने वाले आदेश को बहाल रखा है. ये दोनों ही मामले सलमान के लिए गले की हड्डी बने हुए हैं. इस दोनों मामलों में मीडिया द्वारा बनाई गई उनकी नकारात्मक छवि का असर साफ दिखता है. एक मामला 17 साल से और दूसरा 13 साल से कोर्ट में चल रहा है. इतने सालों से सलमान मानसिक रूप से प्रताड़ित हो रहे हैं. जिसे अगर मापा जा सकता तो उन्हें सजा देने की जरूरत ही नहीं पड़ती. अधिकतम सजा से ज्यादा वो वैसे ही झेल चुके हैं. लेकिन, कोर्ट को तो अपना काम करना है. कानूनी औपचारिकताएं पूरी करनी हैं और सबूतों के आधार पर न्याय भी देना है. अब हमारा देश ही ऐसा है जहां न्याय पाने में इतना लंबा वक्तलग जाता है तो शिकायत किससे की जाये.
वैसे एक बात तो जरूर समझ में आती है कि अदालत में न्याय की देवी की आंखों पर काली पट्टी बंधी है. वह कोर्ट में दी जाने वाली दलीलों को सुन तो सकती है लेकिन कटघरे में खड़े इंसान के अंदर झांक नहीं सकती. अगर ये पट्टी नहीं होती तो शायद सलमान अब तक आजाद होते. क्योंकि सच तो यह है कि दुनिया ने सलमान को उसी रूप को देखा है जिस रूप में मीडिया ने उन्हें दिखाया उनकी जो छवि बनाई. छवि तो छवि ही है, यह हकीकत से अलग होती है, और हकीकत यह है कि सलमान बॉलीवुड का बैड बॉय नहीं बल्कि अकेला सुपर स्टार है जो सुपर ह्युमन है.

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